Sattu pine ke fayde परिचय:- सत्तू एक प्रकार से भारतीय व्यंजन है, जो भूने हुए जौ, मक्का या/और चने को पीस कर बनाया जाता है। बिहार में यह काफी लोकप्रिय है इसलिए इसे बिहार का टॉनिक भी कहा जाता है और कई रूपों में प्रयुक्त होता है। सामान्यतः यह चूर्ण के रूप में रहता है जिसे पानी में घोल कर या अन्य रूपों में खाया अथवा पिया जाता है। सत्तू के सूखे (चूर्ण) तथा घोल दोनों ही रूपों को ‘सत्तू’ कहते हैं।
उपयोग करने की विधि (Sattu pine ke fayde)
सत्तू को चीनी के साथ शीतल जल में घृत मिलाकर इस प्रकार घोले कि ना अधिक पतला हो ना अधिक गाढ़ा हो ! मात्रा पूर्वक सेवन करे ना अधिक कम ना अधिक ज्यादा! in general 👉ध्यान रहे की चीनी( यानी मधुर रस) मिलाकर सत्तू पीने के ज्यादा फायदे हैं ,ना कि नमक मिलाकर पीने से
Sattu pine ke fayde सत्तू पीने के फायदे in detail
- लू से बचाव करे। (शरीर को शीतल रखता है). as much as
- पाचन को बेहतर बनाए (लघु होने के कारण अग्नि को बढ़ाता और पाचन को भी) as much as
- डिहाइड्रेशन से बचाए (शरीर मे जल की मात्रा को नियत रखता है) as much as
- वजन घटाने में मददगार (लघु होने से) as much as
- शरीर को एनर्जी दे power full energy drink
- डायबिटीज में फायदेमंद (glyacimic index km hone se)
- कोलेस्ट्रॉल को कम करे no fat content
सत्तू कब नहीं पीना चाहिए Sattu pine ke fayde in detail
- वर्षा और हेमंत ऋतु में सत्तू का सेवन नहीं करना चाहिए,
- वर्षा ऋतु में शहद का सेवन भोजन के साथ करना चाहिए,
रात में और भोजन करने के बाद सत्तू का सेवन न करे, अधिक मात्रा में, दो बार, बीच बीच मे जल पीते हुए तथा दांत से काट कर भी सत्तू का सेवन ना करे !
for Consultation Dr. Abhishek Shukla click here
Read More:- भृंगराज तैल का उपयोग